निःशुल्क भोजन व राशन वितरकों की हो रही फजीहत फिर भी नही दिख रही कोई राहत - स्वर्णिम भारत मंच

प्रधानमंत्री आवास की मल्टी में बंद लोग खाने के लिए कर रहे है लॉक डॉउन की दहलीज पार... भोजन वितरण वालों की फजीहत होती हरबार... क्योंकि, सेकड़ो करते है खाने का इंतजार...



      उज्जैन। स्वर्णिम भारत मंच ने बताया कि शहर में उनके अलावा भी जो संस्थाएँ निःशुल्क भोजन वितरण करती है, उन सभी संस्थाओं को सबसे ज्यादा वितरण करने में परेशानी आती है तो वो है सघन मल्टी जो प्रधानमन्त्री आवास के नाम से जानी जाती है। जब से लॉक डॉउन की घोषणा हुई थी, उसी दिन से मल्टी में रहने वाले लोगो की किट-किट शरू हो गयी थी। जैसे-जैसे शरुआती दिन कटे, धीरे-धीरे सभी संस्थाओं के प्रयास से यहां के जरूरतमंद लोगो के लिए सुखी सामग्री व भोजन पैकेट की व्यवस्था होने लगी, पर मांग करने वाले जस के तस है, कोई राहत नही दिख रही है।


      स्वर्णिम भारत मंच के पास लगातार मल्टी में रहने वाले लोगो के फोन घनघनाते है तो एक ही आवाज सुनने को मिलती है हमारे पास खाने को कुछ नही है अब सच तो ईश्वर ही जानता है परंतु हम इनकी मांग को झूठी का कहकर किसी वास्तविक जरूरतमंद को नजर अंदाज भी नही कर सकते है।
      जिला प्रशासन व समस्त सहभागी संस्था लॉक डॉउन का पालन करते हुए भोजन व्यवस्था को बखूबी निभा रहे है।
      स्वर्णिम भारत मंच द्वारा 1 अक्टूबर 2019 से निःशुल्क भोजन सेवा जारी है   हम आगे भी संकल्पित है सेवा करने हेतु बस बाबा महाकाल भारत को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त कर दे यही प्रार्थना है।



  • स्वर्णिम भारत मंच न्यास - 9827501268, 07581888818


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