आरडी गार्डी की लापरवाही ने ली पिता की जान... पुत्र ने जताई वेदना...

आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कैसे हो रहा कोरोना संक्रमितों का ईलाज... पिता की मृत्यु के पश्चात पुत्र ने जताई वेदना...



       उज्जैन। पटनी बाजार क्षेत्र में रहने वाले एक बेटे ने अपने पिता की दुःखद मृत्यु के पश्चात बताई अपनी वेदना। कहा बिखर गया पूरा परिवार, आरडी गार्डी की लापरवाही का शिकार हुए पिता।


 



      रिदम चौधरी पिता का नाम मनोज चौधरी पता 54/4 जवाहर मार्ग पटनी बाज़ार उज्जैन मोबाइल नंबर 9425092037
      "मैं रिदम चौधरी कल शाम को मेरे पिताजी मनोज चौधरी का आकस्मिक निधन हो गया है। जिसकी सूचना हमें थाना महाकाल और आर डी गार्डी हॉस्पिटल द्वारा दी गयी । मेरे पिताजी का स्वास्थ्य 5-6 दिन से ठीक नही था, तो पहले के 2 दिन तो कुछ दवाई देकर ठीक हो गये थे। किंतु 3 दिन तक जब उनका स्वास्थ्य ठीक नही हुआ तो हमने कोरोना चेकिंग टीम को घर बुलाया उन्होंने चेक किया और उनको ज्यादा ठीक लगा। ज्यादा खराब स्थिति नही थी फिर अगले दिन माधव नगर में ट्रीटमेंट के लिए ले गए क्योंकि उन्हें आराम नही था फिर वहाँ से उन्हें आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया तो, उन्हें हमने यहा एडमिट करवा दिया। मैं स्वयं यहाँ पर उनको लेकर आया था, तो उनको ऊपर ले जाने के लिए स्टाफ को बोलने पर भी वे 20 मिनट तक स्ट्रेचर नही लाये थे, फिर चिल्ला-चोट करने के बाद वह स्ट्रेचर लाए। 3 दिन तक उनसे हमारा कोई सम्पर्क नही था पर एक पहचान वाले व्यक्ति ने पुष्टि कर बताया था कि उनका स्वस्थ ठीक है और रिपोर्ट आने तक इंतज़ार करेेंगे उपचार करने का। इसका सीधा मतलब ये है कि अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी तभी इलाज होगा वरना ये मरीज़ का मरने का इंतज़ार करेगे और मेरे पिताजी इसी लापरवाही का शिकार हुए है। याद रहे कि इसकी रिपोर्ट 3 दिन में आती है तो आज एडमिट किए को 4 दिन हो चुके है उसके बाद भी बोल रहे है कि रिपोर्ट कल आएगी। हमारा पूरा परिवार पूरी तरह से बिखर गया है। हम चाहते है की उज्जैन का ठंडा प्रशासन जल्द से जल्द इसका निराकरण करे। वरना अस्पताल को मौत का घाट बनने में समय नही लगेगा। आज मुझे पिताजी का मृत शरीर लेने हॉस्पिटल सुबह 7 बजे बुलेक गया था उसके बाद ये बोले जा रहे थे कि बस डॉक्टर आ रहे है उनको मालूम है पहले 8 बजे बोलै फिर 8:30 का बोला ओर 9 बजे तक कोई नही आया था।"


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