आज की बात आपके साथ - विजय निगम

    ।।ॐ गं गणपतये नमः।।
ॐ मंगलम भगवान विष्णु मंगलम गरुड़ ध्वजमंगलमपुण्डरीकाक्षमंगलायतनोहरी
ॐयमाय धर्मराजाय श्री चित्रगुप्ताय नमो नमः।।.   
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प्रिय साथियो। 
🌹राम-राम🌹
🌻 नमस्ते।🌻
आज की बात आपके साथ मे आप सभी साथीयों का दिनांक 11नवम्बर 2020 बुधवार की प्रातः की बेला में हार्दिक वंदन है अभिनन्दन है।
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आज की बात आपके साथ  अंक मे है 
 A कुछ रोचक समाचार
B आज के दिन जन्मे.प्रथम भारतीय शिक्षा मंत्री.भारतीय जातीय कांग्रेस के वरिष्ठ मुस्लिम नेता.अबुल कलाम आज़ाद..का..जीवन परिचय लेख. 
C आज के दिन   की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
D आज के दिन जन्म लिए महत्त्वपूर्ण    
    व्यक्तित्व
E आज के निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
F आज का दिवस का नाम ।
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           (A) कुछ रोचक समाचार(संक्षिप्त)
❤(A/1)बिहारविधानसभा,चुनाव,मे बीजेपी समर्थित 
आर जे डी ने मारी बाजी।मध्यप्रदेश मे भी भाजपा ने अपना वर्चस्व कायम रखा।❤
🏵️(A/2)सीएसजेजेएएमयू एवम् यू आई आई ई टी केछात्रोंको मिलेनौकरी के अवसर मिली बड़ी राहत🏵️
🌺(A/3)कोरोना काल मे माता पिता बनने पर सरकार दे रही हे आर्थिक मदद🌺
🌺(A/4)बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन ने सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स की करी बोलती बंद 🌺
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  ☘(A)कुछ रोचक समाचार(विस्तृत)
❤(A/1)बिहारविधानसभा,चुनाव,मे बीजेपी समर्थित 
आर जे डी ने मारी बाजी।मध्यप्रदेश मे भी भाजपा ने अपना वर्चस्व कायम रखा।❤
नई दिल्ली। जबरदस्त एंटी इंकबेसी के बावजूद बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। 2005 के बाद लगातार चौथी बार नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे। एनडीए की इस जीत में बीजेपी की 74 सीटों का अहम रोल माना जा रहा है। जबकि इस बार जेडीयू सिर्फ 43 सीटों पर ही सिमट रह गई। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन 110 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। आरजेडी अपने 2015 के आंकड़े को पार नहीं कर सकी। जबकि कांग्रेस 20 सीटें भी हासिल नहीं कर पाई। लेफ्ट पार्टियों का प्रदर्शन शानदार रहा। सुबह के पहले घंटे के रुझानों में महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता हुआ दिखाई दिया, बाद में दोनों गठबंधनों खासकर बीजेपी और आरजेडी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।
❤️एनडीए को स्पष्ट बहुमत, महागठबंधन पिछड़ा❤️
पहले बात दोनों गठबंधनों की करें तो एनडीए को पूर्ण बहुमत मिल गया। जिसका दावा खुद बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने किया है। एनडीए के लिए यह जीत बिल्कुल भी आसान नहीं थी। कांटे की टक्कर और काफी इंतजार के बाद 125 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन आखिरी दौर में पिछड़ता हुआ दिखाई दिया और 110 सीटों पर ही उसे संतोष करना पड़ा। वैसे आरजेडी और कांग्रेस ने इस फैसले के खिलाफ इलेक्शन कमीशन जाने बात भी कही। जिसके बाद इलेक्शन कमीशन की ओर से सफाई दी गई कि वो किसी के दबाव में आकर काम नहीं करता है। जहां भी क्लोज फाइट है वहां पर दोबारा से काउंटिंग हो सकती है।
❤️एनडीए में बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में आई❤️
अगर बात एनडीए में सभी पार्टियों के प्रदर्शन की करें तो बीजेपी गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी यानी बड़े भाई की भूमिका में आई। जहां बीजेपी को 74 मिली, वहीं जेडीयू फिसलकर 43 सीटों पर आ गई। बीजेपी को इस बार 21 सीटों का फायदा हुआ है। वहीं वीआईपी ने 4 सीटों पर कब्जा जमाया। जबकि वीआईपी के फाउंडर मुकेश साहनी अपना चुनाव बख्तियारपुर से हार गए। एचएएमएस ने भी चार सीटों पर जीत हासिल की।
❤️महागठबंधन में कांग्रेस ने किया निराश❤️
वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में कांग्रेस ने काफी निराश किया। वो 2015 के मुकाबले 8 सीटों के नुकसान के साथ 19 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। जबकि पूरे बिहार चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन वो 2015 के मुकाबले 5 सीटों से पिछड़ गई। आरजेडी को 75 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। लेफ्ट पार्टियों का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। सीपीआईएमएलएल को 12, सीपीआईएम और सीपीआई को 2-2 सीटों से संतोष करना पड़ा। वैसे लेफ्ट को कुल 30 पर चुनाव लडऩे का मौका मिला था, उसके बावजूद उन्होंने 18 सीटों पर जीत हासिल की।
❤️बुझ गया चिराग, एआईएमआईएम हुआ खुश❤️
वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल तक भेजने की सिफारिश करने वाले लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने काफी निराश किया। जिस तरह से उन्होंने चुनाव लड़ा था उनसे काफी उम्मीदें थी, लेकिन वो एक ही सीट हासिल कर सकी। इसके विपरीत असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम जबरदस्त प्रदर्शन किया और 5 सीटें अपने नाम की। वहीं बीएसपी को एक और निर्दलीय प्रत्याशी को एक सीट हासिल हुई।
❤️कई नामी चेहरों को मिली हार❤️
अगर बात नामी प्रत्याशियों के हार की बात करें तो लंदन रिटर्न पुष्पम प्रिया को बिहार की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। बांकेपुर सीट से वो चुनाव लड़ी थी और इसी सीट से चुनाव लडऩे वाले शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को भी हार का सामना करना पड़ा। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव भी बिहारीगंज विधान सभा सीट से हार गईं। तेजस्वी यादव और तेज प्रताप दोनों भाई अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। वहीं आरजेडी से लड़े बाहुबली अनंत कुमार सिंह भी जीत गए। जीतनराम मांझी शुरुआत में पिछड़ रहे थे। बाद में उन्होंने भी जीत का डंका बजाया।
🌻💐🌹🌸🌲🌹💐💐🌻💐🏵️(A/2)सीएसजेजेएएमयू एवम् यू आई आई ई टी के छात्रों को मिले नौकरी के अवसर मिली बड़ी राहत🏵️
कानपुर-कोरोना महामारी के दौर में कई लोगों के रोजगार छिन गए। लोगों ने उस दौर में बड़ी मुसीबतों का सामना किया। औद्योगिक क्षेत्र में इसका बुरा आसार पड़ने से खासतौर पर युवाओं के सामने मुसीबत आ पड़ी थी। धीरे धीरे स्थितियां सामान्य हुई तो लोगों को रोजगार के अवसर फिर से हांथ लगने लगे। अब औद्योगिक इकाइयों से लेकर कंपनियां खुल गईं तो उनमें काम काज होने की रफ्तार बढ़ गई है। इससे युवाओं को इन उद्योगों व कंपनियों में नौकरी के अवसर मिल रहे हैं। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ने इस वर्ष प्लेसमेंट से नौकरी प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं की सूची जारी कर दी है।
🏵️इनकम्पनियोंद्वाराकियागयाचयन🏵️
विभिन्न कंपनियों में छात्र छात्राओं को चयनित किया गया है। इन छात्रछात्राओं मेंदोछात्र ऐसे हैं,जिनका चयनकम्पनियो
ने 12 से 14 लाख के पैकेज पर किया है। अमेजन, टीसीए व इंफोसिस समेत अन्यबड़ीकंपनियोंनेयूआइईटीके कंप्यूटर
साइंस, मैकेनिकल,इलेक्ट्रॉनिक्सइलेक्ट्रि
कलसमेत अन्य ब्रांच के इनछात्रछात्राओं
का चयन किया है। इसके अलावा 80 छात्र छात्राओं ने एमटेक में प्रवेश लेने व पब्लिकसेक्टर में नौकरी के लिए ग्रेजुएट
एप्टीट्यूड टेस्ट(गेट)क्वालीफाईभी किया है।
यूआईईटीकेनिदेशक डॉ.रवीन्द्रनाथ कटि
यार ने बताया कि कंपनियों में चयन हुए 50 % छात्रछात्राओं ने ज्वाइन कर लिया
है। दूर दराज के शहरों में रहने वाले कुछ छात्र छात्राएं ऐसे हैं, जिन्हेंं ज्वाइनिंग के लिए डिग्री दी जा रही है। वह लॉकडाउन के कारण नहीं आ पा रहे थे। पिछले वर्ष की अपेक्षा नौकरी प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं की संख्या इस बार अधिक है। पिछलेवर्ष125 छात्र छात्राओं को कैंपस 
प्लेसमेंट के जरिए नौकरी मिली थी जबकि इस बार उनका ग्राफ बढ़ा है।
🌻💐🌹🌸🌲🌹💐🌲🌹🌺(A/3)कोरोना काल मे माता पिता बनने पर सरकार दे रही हे आर्थिक मदद🌺
कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया सेहत के साथ ही आर्थिक रूप से भी प्रभावित हुई है। कोरोना काल में कई लोगों बिजनेस धरातल पर आ गया है। कई लोगों की नौकरियां चल गई हैंं। ऐसे लोगों को अपने परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा है। कईयों ने कोरोना के चलते माता-पिता बनने की प्लानिंंग भी टाल दी है।
  🌺माता-पिता बननेवाले लोगों को मिलेगी मदद🌺
लोगों की परेशानियों को देखते हुए सिंगापुर की सरकार ने ऐसे इच्छुक अभिभावकों के लिए एकमुश्त बोनस देने का ऐलान किया और अपने देश के नागरिकों को बच्चा पैदा करने के लिए प्रोत्साहन राशि देने जा रही है। इस प्रोत्साहन राशि से देश के नागरिकों पर आर्थिक मंदी का बोझ नहीं झेलना पड़ेगा।
          🌹बोनस राशि अभी तय नहीं🌹
मीडियारिपोर्ट्स केमुताबिक,सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री
हेंगस्वी कीटने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वाय
रस की वजह से जो स्थिति बनी हुई है उसे देखते हुए माता-पिता बनने में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सरकार लोगों को प्रसव के लिए प्रोहत्साहित कर रही है। हालांकि, अभी तक बोनस की राशि तय नहीं की गई है।
           🌺सिंगापुर में जन्म दर सबसे कम🌺
सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंगे स्वी कीट का कहना है कि हमारे देश की जन्म दर दुनिया में सबसे कम है। इसे बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर कोशिश कर रही है। सिंगापुर में अब तक 57,हज़ार से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। वहीं इस घातक वायरस से कई लोगों की मौत हो गई है।
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🌺(A/4)बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन ने सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स की करी बोलती बंद 🌺
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन  बेशक अपनी फ्लॉप फिल्म्स, एक्टिंग और कम काम होने के चलते ट्रोलर्स का निशाना बन जाते हो, लेकिन इस एक्टर काफी बिज़ी हैं। उनकी एक नहीं बल्कि कई फिल्म जल्द ही आने वाली हैं। फिलहाल, इन दिनों वह फिल्म 'लूडो'  के प्रोमोशन में काफी व्यस्त हैं। फिल्मों की शूटिंग के साथ अभिषेक सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। यही नहीं अगर कोई उन्हें ट्रोल करने की कोशिश करता है। तो वह भी अपने जबरदस्त जवाबों सबकी बोलती बंद कर देते हैं। जैसा की इस बार भी हुआ है।
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि ट्विटर पर एक ट्विटर यूजर ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई की फोटो का इस्तेमाल करते हुए अभिनेता को ट्रोल की कोशिश की। फोटो में नज़र आ रहा शख्स किसान जैसा नज़र आ रहा है। वहीं उसके पीछे पराली जलती हुई दिखाई दे रही है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि शख्स की शक्ल थोड़ी बहुत अभिषेक बच्चन से मिलती-जुलती हुई भी दिखाई दे रही हैं। तस्वीर को शेयर करते हुए ट्रोल ने मैसेज में लिखा है कि 'यदि अभिषेक 'बच्चन' नही होते।' इस मैसेज से हर कोई समझ सकता है कि यूजर्स क्या कहना चाहता है।
यह ट्वीट देख अभिषेक बच्चन भी चुप नहीं बैठे और उन्होंने बड़े ही दिलचस्प अंदाज में जवाब दिया। अभिषेक ने ट्रोल करने वाले को जवाब देते हुए कहा कि 'हाहाहा...फनी! लेकिन, फिर भी वह तुमसे बेहतर दिखाई देता दिखाई देता। अभिषेका का जवाब देख कई लोगों ने उनकी प्रशंसा की तो कई उनके खिलाफ बोलने लगे।वैसे ऐसा पहली बार नहीं है।जब अभिषेक बच्चन को नेपोटिज्म को लेकर ट्रोल किया गया हो। इससे पहले भी उन्हें सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर ट्रोल किया गया है कि वह सदी के महा
नायक अमिताभ बच्चन  के सुपुत्र हैं इसलिए ही उन्हें इंडस्ट्री में काम मिलता है।
अमित शुक्ला नाम के एक शख्स ने नेपोटिज्म पर अभिषेक को ट्रोल करते हुए एक बार यह ट्वीट भी किया था कि आपको नहीं लगता है कि आपके पास बच्चन नाम होने की वजह ही काम मिलता है। जिस पर अभिनेता ने काफी मजेदार जवाब दिया था। अभिषेक ने कहा था कि काश जो आप कह रहे हैं वह सच होता। सोचो मेरे पास तब कितना काम होता। उनका यह ट्वीटकाफीवायरल हुआ था।खैर,अभिनेता
 के वर्कफ्रंट की बात करें तो वह फिल्म 'द बिग बुल' और 'बॉब बिस्वास'  में मुख्य भूमिका निभाते हुए दिखाई देंगे।
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(B)आज के दिन जन्मे.प्रथम भारतीय शिक्षा मंत्री.भारतीय जातीय कांग्रेस के वरिष्ठ मुस्लिम नेता.अबुल कलाम आज़ाद..का..जीवन परिचय लेख.
       
        अबुल कलाम आज़ाद
             जीवन परिचय  . 
अबुल कलाम आज़ाद


भारतीय जातीय कांग्रेस के वरिष्ठमुस्लिम 
नेता,प्रथम भारतीय शिक्षा मंत्री किसी 
मौलानाअबुल कलाम आज़ाद या अबुल कलामगुलाम मुहियुद्दीन(11 नवंबर, 1888 - 22 फरवरी, 1958) एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वे महात्मा गांधी के सिद्धांतो कासमर्थन करते थे।उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कार्य किया, तथा वे अलग मुस्लिम राष्ट्र (पाकिस्तान) के सिद्धांत का विरोध करने वाले मुस्लिम नेताओ में से थे। खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 1923 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के प्रेसीडेंट बने। वे 1940 और 1945 के बीच कांग्रेस के प्रेसीडेंट रहे। आजादी के बाद वे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले से 1952 में सांसद चुने गए और वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।


मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
11 नवंबर 1888 – 22 फरवरी 1958
Maulana Abul Kalam Azad.jpg
मौलाना आज़ाद
जन्मस्थल :मक्का,उस्मानी साम्राज्य
मृत्युस्थल: दिल्ली,भारत,आन्दोलन:
भारतीयस्वतंत्रतासंग्राम
प्रमुख संगठन:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
वे धारासन सत्याग्रह के अहम इन्कलाबी (क्रांतिकारी) थे। वे 1940-45 के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे जिसदौरान भारत छोड़ो आन्दोलन हुआ 
था। कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेताओं की तरहउन्हेंभी तीनसाल जेल में बिताने पड़े थे।स्वतंत्रता के बाद वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने और विश्वविद्यालय अनु
दान आयोग की स्थापना उनके सबसे अविस्मरणीय कार्यों में से एक था।
                    जीवन
मौलाना आज़ाद अफग़ान उलेमाओं के ख़ानदान से ताल्लुक रखते थे जो बाबर के समय हेरात से भारत आए थे। उनकी माँ अरबी मूल की थीं और उनके पिता मोहम्मद खैरुद्दीन एक फारसी (ईरानी, नृजातीय रूप से) थे। मोहम्मद खैरुद्दीन और उनके परिवार ने भारतीय स्वतंत्रता के पहले आन्दोलन के समय 1857 में कलकत्ताछोड़ कर मक्काचले गए। वहाँ परमोहम्मदखॅरूद्दीन कीमुलाकात अपनी होनेवालीपत्नी से हुई।मोहम्मद खैरूद्दीन 1890मेंभारत लौट गए।मौहम्मद खैरू
-द्दीन कोकलकत्ता मेंएक मुस्लिम विद्वान केरूप मेंख्याति मिली।जब आज़ाद मात्र 11साल के थेतब उनकी माता का देहांत हो गया।उनकी आरंभिक शिक्षा इस्लामी तौर तरीकों से हुई। घर पर या मस्ज़िद में उन्हेंउनकेपिता तथाबाद में अन्य विद्वानों ने पढ़ाया।इस्लामीशिक्षा के अलावा उन्हें दर्शनशास्त्र,इतिहास व गणित की शिक्षा भीअन्य गुरुओं से मिली।आज़ाद ने उर्दू, फ़ारसी,हिन्दीअरबी व अंग्रेजी़ भाषाओं में महारथ हासिल की। सोलह साल उन्हें वो सभी शिक्षा मिल गई थीं जो आमतौर पर25 साल में मिला करतीथी।13 वर्ष
की आयु में उनका विवाह ज़ुलैखा बेग़म सेहोगया।वेसलाफी(देवबन्दी)विचारधारा
 के करीब थे और उन्होंने क़ुरान के अन्य भावरूपों पर लेख भी लिखे। आज़ाद ने अंग्रेज़ी समर्पित स्वाध्याय से सीखी और पाश्चात्यदर्शन को बहुत पढ़ा।कृपया उद्ध
रण जोड़ें उन्हें मुस्लिम पारम्परिक शिक्षा कोरासनहीं आई और वेआधुनिक शिक्षा
वादी सर सैय्यद अहमद खाँ के विचारों से सहमत थे।
❤️क्रांतिकारीऔरपत्रकार केरूप में❤️ 
आजाद अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ़ थे। उन्होंने अंग्रेजी सरकार को आम आदमी के शोषण के लिए जिम्मेवार ठहराया। उन्होंने अपने समय के मुस्लिम नेताओं की भी आलोचना की जो उनके अनुसार देशकेहितकेसमक्षसाम्प्रदायिक हित को
तरज़ीह दे रहेथे।अन्य मुस्लिम नेताओं से
अलग उन्होने1905 मेंबंगालकेविभाजन
काविरोध कियाऔरऑल इंडिया मुस्लिम लीग के अलगाव वादी विचारधारा को
खारिज़ कर दिया। उन्होंने ईरान, इराक़ मिस्रतथासीरिया की यात्राएंकी। आजाद ने क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लेना आरंभकिया और उन्हें श्री अरबिन्दो और श्यामसुन्हर चक्रवर्ती जैसे क्रांतिकारियों से समर्थन मिला।आज़ाद की शिक्षा उन्हे एकदफ़ातर (किरानी)बना सकती थी पर राजनीति के प्रति उनके झुकाव ने उन्हें पत्रकारबना दिया।उन्होने 1912 में एक उर्दू पत्रिकाअलहिलाल का सूत्रपातकिया
उनकाउद्येश्य मुसलमानयुवकों को क्रांति
-कारीआन्दोलनों के प्रतिउत्साहितकरना
और हिन्दू-मुस्लिम एकता पर बल देना था। उन्होने कांग्रेसी नेताओं का विश्वास बंगाल,बिहार तथा बंबई में क्रांतिकारी गति विधियों के गुप्त आयोजनों द्वारा जीता।उन्हें 1920 में राँची में जेल की सजा भुगतनी पड़ी।
          असहयोग आन्दोलन 
जेल से निकलने के बाद वे जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोधी नेताओं में से एक थे।इसकेअलावावेखिलाफ़त आन्दो
लन के भी प्रमुख थे। खिलाफ़त तुर्की के उस्मानी साम्राज्य की प्रथम विश्वयुद्ध में हारने पर उनपर लगाए हर्जाने का विरोध करता था। उस समय ऑटोमन (उस्मानी तुर्क) मक्का पर काबिज़ थे और इस्लाम केखलीफ़ावही थे।इसके कारण विश्वभर
के मुस्लिमों में रोष था और भारत में यह खिलाफ़त आंन्दोलन के रूप में उभरा जिसमें उस्मानों को हराने वाले मित्र राष्ट्रों (ब्रिटेन, फ्रांस, इटली) के साम्राज्य का विरोध हुआ था।गाँधी जी के असहयोग आन्दोलन में उन्होंने सक्रिय रूप से भाग लिया।
               आज़ादी के बाद 
स्वतंत्रभारतकेपहले शिक्षामंत्रीथे उन्होंने 
11 वर्षों तक राष्ट्र की शिक्षा नीति का मार्गदर्शन किया। मौलाना आज़ाद को ही 'भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान' अर्थात 'आई.आई.टी.औरविश्वविद्यालयअनुदान
आयोग' की स्थापना का श्रेय है। उन्होंने शिक्षा और संस्कृति को विकसित करने केलिए उत्कृष्ट संस्थानों की स्थापना की।
संगीत नाटक अकादमी (1953)
साहित्य अकादमी (1954)
ललितकला अकादमी (1954)
केंद्रीय सलाहकार शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष होने पर सरकार से केंद्र और राज्यों दोनों केअतिरिक्तविश्वविद्यालयोंमेंसार्वभौमिक 
प्राथमिक शिक्षा14 वर्ष तक की आयु के
सभीबच्चों केलिएनिःशुल्कऔरअनिवार्य
शिक्षा, कन्याओं की शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, कृषि शिक्षा और तकनीकी शिक्षा जैसे सुधारों की वकालत की।
                     पुरस्कार 
उन्हे वर्ष 1992 में मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐🌻(C) आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ💐
1208 - ओत्तो वान विटल्सबाश को जर्मनी का राजा चुना गया। 
1675 - गुरु गोबिन्द सिंह सिक्खों के गुरु नियुक्त हुए थे।
 1745 - चार्ल्स एडवर्ड स्टुअर्ट उर्फ बोनी प्रिंस चार्ली की सेना इंग्लैंड में घुसी।
 1809 - ब्रिटिश आधिपत्य के विरुद्ध विद्रोह करने के लिए लोगों का आह्वान करते हुए एक घोषणा निकाली जो 'कुण्डरा घोषणा' नाम से जानी जाती है।
 1811 - कार्टाहेना कोलंबिया ने स्पेन से खुद को स्वतंत्र घोषित किया। 
1836 - चिली ने बोलीविया और पेरु के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। 
1905 द प्रिंस ऑफ़ वेल्स ने द प्रिंस ऑफ़ वेल्स संग्रहालय की नींव रखी थी। 
1918 - पोलैंड ने खुद को स्वतंत्र देश घोषित किया। 
1937 - अमेरिका के क्लिंटन डेविसन और इंग्लैंड के सर जी पी थाॅमसन को भौतिकशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
 1962 - कुवैत की नेशनल असेंबली ने संविधान को स्वीकार किया। 
1966 - अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी-12’ लांच किया।
 1973 - पहली अंतरराष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी नयी दिल्ली में शुरू।
 1975 - अंगोला को पुर्तग़ाल से आजादी मिली।
 1978 - मॉमून अब्दुल गयूम मालदीव के राष्ट्रपति बने।
 1982 - इजरायल के सैन्य मुख्यालय में गैस विस्फोट में 60 लाेगों की मौत। 
1985 - एड्स थीम पर आधारित पहली टीवी फ़िल्म ‘एन अर्ली फ्रोस्ट’ अमेरिका में प्रदर्शित की गयी।
 1989 - बर्लिन की दीवार गिराने की शुरुआत। 
1995 - नाइजीरिया में मानवाधिकार कार्यकर्ता केन सारो वीवा तथा उनके 8 सहयोगियों को फ़ांसी दिये जाने के कारण विश्व भर में नाइजीरिया की भर्त्सना। 
2000 - ऑस्ट्रिया में सुरंग से गुजरती हुई ट्रेन में आग लगने से 180 लोगों की मृत्यु। 
2001 - दोहा बैठक में डब्ल्यूटीओ ने भारत का समर्थन किया।
 2002 - ईरान की संसद ने देश की कट्टर न्यायपालिका के अधिकारों में कटौती करने वाले एक विधेयक को मंजूरी दी। 
2003 - सीरिया पर प्रतिबंधों को अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी मिली। दक्षेस के सूचना मंत्रियों के सम्मेलन का नई दिल्ली में उद्घाटन। नाहा में वैश्विक फोरम का उद्घाटन किया गया।
 2004 - यासिर अराफात का निधन। महमूद अब्बास पीएलओ के नये अध्यक्ष। फिलीस्तीन लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन ने यासर अराफात की मौत की पुष्टि की जिसके बाद महमूद अब्बास को संगठन का अध्यक्ष चुना गया।
 2007 - अमेरिकी साहित्यकार नारमन मेलर का निधन। 
2008- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा ने पार्टी महासचिव के पद से इस्तीफ़ा दिया। 
2013 - सोमालिया के पुंटलैंड क्षेत्र में भीषण चक्रवाती तूफान की चपेट में आने से 100 लोग मारे गये।
 2014 - पाकिस्तान के सख्खर प्रांत में एक बस दुर्घटना में 58 लोग मारे गये। 
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐(D)आज के दिन जन्म लिए महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व
 1927- अमिताभ चौधरी - भारत के नैतिकता और ईमानदारी का मूल्य समझने वाले पत्रकार थे। 
 1837- अल्ताफ़ हुसैन हाली - अपने समय के प्रसिद्ध उर्दू साहित्यकार व कवि थे। 
1885- अनसूया साराभाई - प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं मजदूर महाजन संघ की संस्थापक।
1888- अबुलकलाम आज़ाद - शिक्षा मंत्री। 
1888- जे. बी. कृपलानी - प्रसिद्ध भारतीय क्रांतिकारी और राजनीतिज्ञ।
1924 - आई. जी. पटेल भारतीय रिज़र्व बैंक के चौदहवें गवर्नर थे। 
1924 - सुंदर लाल पटवा - भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व 11वें मुख्यमंत्री थे।
1936- कैलाश वाजपेयी - हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार
 1936- माला सिन्हा - हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री
1943- अनिल काकोदकर - भारतीय परमाणु वैज्ञानिक। 
1950- नेफियू रियो- नागालैंड के 9वें मुख्यमंत्री एवं नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के अध्यक्ष। 
1955- जिग्मे सिंग्ये वांग्चुक- भूटान के पूर्व नरेश।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌲🌹💐💐🌻(E)आज के निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
1970 में प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित शम्भू महाराज का  निधन।
1971 में मशहूर फ़िल्म निर्देशक और संगीत में ध्वनि के जानकार देवकी बोस का  निधन।
1982 में कवि एवं गीतकार उमाकांत मालवीय का  निधन।
1994 में कन्नड़ भाषा के कवि व लेखक कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा का  निधन।
2008 में आधुनिक काल के प्रसिद्ध हिन्दी व राजस्थानी लेखक कन्हैयालाल सेठिया का  निधन।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐🌻(F) आज का दिवस का नाम
1.राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (मौलाना अबुल कलम आज़ाद का जन्म दिवस/जयंती
2 अमिताभ चौधरी - भारत के नैतिकता और ईमानदारी का मूल्य समझने वाले पत्रकार थे का जयंती दिवस
3- अल्ताफ़ हुसैन हाली - अपने समय के प्रसिद्ध उर्दू साहित्यकार व कवि थे। का जयंती दिवस।
4अनसूया साराभाई -प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं मजदूर महाजन संघ की संस्थापक थे जयंती दिवस।
5 में प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित शम्भू महाराज का पुण्यतिथि दिवस।
6.मशहूर फ़िल्म निर्देशक और संगीत में ध्वनि के जानकार देवकी बोस का पुण्यतिथि दिवस।
7कवि एवं गीतकार उमाकांत मालवीय का  पुण्यतिथी दिवस।
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आज की बात -आपके साथ" मे आज इतना ही।कल पुन:मुलाकात होगी तब तक के लिये इजाजत दिजीये।
      आज जन्म लिये  सभी  व्यक्तियोंको आज के दिन की बधाई। आज जिनका परिणय दिवस हो उनको भी हार्दिक बधाई।  बाबा महाकाल से निवेदन है की बाबा आप सभी को स्वस्थ्य,व्यस्त मस्त रखे।
💐।जय चित्रांश।💐
💐जयमहाकाल,बोलेसोनिहाल💐
💐।जय हिंद जय भारत💐
💐  निवेदक;-💐
💐 चित्रांश ;-विजय निगम।💐


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