सिद्धवट पर पृथक से फोरव्हीलर पार्किंग एवं शेड का निर्माण किया जायेगा

  • कालभैरव मन्दिर के पास पार्किंग एवं प्लाजा का विकास होगा

  • कलेक्टर ने निर्माण कार्यों के लिये स्थल निरीक्षण किया



      उज्जैन। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज सिद्धवट एवं कालभैरव मन्दिर परिसर क्षेत्र का भ्रमण कर स्मार्ट सिटी द्वारा प्रस्तावित किये गये हैरिटेज कार्यों का स्थल निरीक्षण किया एवं दिशा-निर्देश दिये। सिद्धवट पर पृथक से फोरव्हीलर वाहनों के लिये पार्किंग एवं क्रियाकर्म के लिये शेड का निर्माण किया जायेगा।



निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल एवं स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री जितेन्द्रसिंह चौहान मौजूद थे। स्थल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर द्वारा  निम्नानुसार निर्देश दिये गये:-
सिद्धवट मन्दिर
·         कलेक्टर ने पंडा समिति की ओर से मौजूद पं.सुरेन्द्र चतुर्वेदी एवं पं.राजेश त्रिवेदी से चर्चा कर सिद्धवट पर किये जाने वाले विभिन्न क्रियाकर्म की जानकारी प्राप्त की। पंडितों ने बताया कि यहां पर श्राद्धकर्म, पिण्डदान, कालसर्प योग पूजा आदि के लिये प्रतिदिन दो से तीन हजार लोग पहुंचते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को पूजन में तीन से चार घंटे का समय लगता है।



·         सिद्धवट मन्दिर के मुख्य परिसर से फोरव्हीलर पार्किंग हटाते हुए परिसर का सौंदर्यीकरण करने के निर्देश दिये गये। मुख्य घाट से दाहिनी ओर (लाल घोड़ीवाले पंडा के पास) घाट का विस्तार करने के निर्देश दिये गये।



·         मुख्य मार्ग से लेकर मन्दिर के सभा मण्डप तक बनाये गये कॉरिडोर एवं सभा मण्डप के बीच में गेप होने के कारण बारिश का पानी सभा मण्डप में घुस जाता है, इस कारण से बारिश के समय क्रियाकर्म एवं पूजा-पाठ में बाधा उत्पन्न होती है। कलेक्टर ने कॉरिडोर एवं सभा मण्डप को मिलाने के लिये कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये हैं।
·         सिद्धवट के विभिन्न शेड्स जहां पर क्रियाकर्म की विधियां सम्पन्न की जाती हैं, के बांयी ओर मौजूद शासकीय भूमि में फोरव्हीलर पार्किंग एवं नवीन शेड निर्माण कार्य के लिये स्थल निरीक्षण कर उक्त स्थान पर कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये। उक्त स्थान पर आने-जाने के लिये पृथक से मार्ग विकसित किया जायेगा, जिससे मुख्य परिसर पर आवागमन का दबाव कम होगा।
·         कलेक्टर ने तहसीलदार को सिद्धवट घाट पर क्रियाकर्म की पूजाविधि कराने वाले पंडों का डाटाबेस तैयार करने के निर्देश दिये हैं।
·         कलेक्टर ने सिद्धवट के मुख्य मन्दिर को बाढ़ से बचाने के लिये जल संसाधन विभाग द्वारा बनाई गई रिटेनिंग वाल की योजना का पुन: परीक्षण करने के लिये कहा है।


कालभैरव मन्दिर
·         कालभैरव मन्दिर के बाहर परिसर का सौंदर्यीकरण एवं प्लाजा विकसित किया जायेगा।
·         मन्दिर के दांहिनी ओर खाली जमीन पर पार्किंग स्थल विकसित करने के निर्णय लिया गया है।
·         कालभैरव मन्दिर के घाट के विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य किया जायेगा। घाट से लगी मन्दिर की दीवार पर पिचिंग का कार्य किया जायेगा।
·         मन्दिर के अन्दर स्थित बगीचे का जीर्णोद्धार करने के निर्देश दिये गये।


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