भारत में कोरोना की दूसरी लहर पहले के आउटब्रेक से कहीं ज्यादा घातक साबित हो रही है। अभी तक देश के कई राज्य इस लहर में बुरी तरह जकड़ चुके है। वहीं, मध्य प्रदेश में भी कोरोना की स्तिथी काफी खराब है। कोरोना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने न्यूज़18 इंडिया पर बताया की स्तिथी निश्चित तौर पर कल्पना से परे है।
राज्य में कोरोना के बारे में उन्होने कहा की लड़ाई कितनी लंबी जाएगी, इसका भी ठिकाना नहीं है। संख्या कितनी बढ़ेगी इसके बारे मे निश्चित कुछ कहा नहीं जा सकता। “क्योंकि तमाम प्रयास करने के बावजूद भी लगातार संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हमारे सामने इसके कारण चुनौतियाँ आ रहीं हैं. हॉस्पिटल मे बिस्तर के साथ ऑक्सिजन बेड बढ़ाने हैं. ये लड़ाई कठिन दौर में पहुँची है।भारत सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। पिछली बार मध्य प्रदेश में एक दिन मे अधिकतम 3600 मामले आए थे पर इस बार तो 10,000 के आस पास पहुँच गये हैं।”
उद्धव ठाकरे कह रहे हैं की बीजेपी के राज्यों मे सब कुछ जा रहा है लेकिन उनके राज्य को नहीं मिल रहा है. इस पर प्रतिक्रिया करते शिवराज सिंह चौहान ने कहा की वो आरोप प्रत्यारोप में नहीं पड़ते. “भारत सरकार और मोदी जी सबको एक दृष्टि से देखते हैं और 20 करोड़ जनता उनके लिए एक समान है,” उन्होने कहा।
कोविद वॅक्सीन सबको मिलनी चाहिए की नही इस पर बात करते हुए उन्होने कहा की इस मामले में प्रोटोकॉल तय हुए हैं की पहले उनको वक्सीन लगवाना है जिनको ख़तरा ज़्यादा है. “अब आपकी जानकारी मे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी गई और अब 45 साल से ज़्यादा उमर के लोगों को, तो इसके लिए कोई व्यवस्था तो बनाना पड़ेगी ताकि सब एक साथ ना टूट पड़े।”
निजी अस्पताल की भी ज़्यादा पैसे चार्ज करने की खबरें आ रहीं हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा की इस समय प्राइवेट सेक्टर के सहयोग की भी ज़रूरत है. “हमने कई चीज़ों के रेट तय कर दिए हैं और प्राइवेट सेक्टर और हॉस्पिटल से कहा की इससे ज़्यादा रेट नही लोगे. हमने ये भी कहा है की अधिकतम रेट्स डिसप्ले करो, ज़्यादा होगा तो हम हस्तक्षेप करेंगे. और जो ज़्यादा ले रहे हैं हम उनसे भी बात कर रहे हैं और कोई गड़बड़ है तो हम कार्यवाही भी कर रहे हैं।”