उज्जैन। श्री क्षत्रिय मारवाड़ी माली समाज द्वारा उर्दूपुरा स्थित समाज की धर्मशाला पर गुरुवार 5 बजे सीतला सप्तमी की होली मनाई गई। लगभग 200 वर्षों से चली आ रही परम्परा के अनुसार इस बार भी नव दंपत्ति ने एक साथ होली खेली। इसके अलावा यहां पर शाम को रंगारंग गरबा उत्सव भी आयोजित किया गया।
श्री क्षत्रिय मारवाड़ी माली समाज अध्यक्ष लीलाधर भाटी (बसवाले) और युवा अध्यक्ष गजेंद्र मारोठिया ने बताया कि उज्जैन ही एक मात्र ऐसा शहर है, जहां सीतला सप्तमी पर पति-पत्नी की होली का आयोजन किया जाता है। 200 वर्ष पुरानी है इस परम्परागत होली पर्व को देखने के लिए ग्वालियर रियासत की महारानी भी आ चुकी हैं। समाज के नव दंपत्ति जिनकी शादी इस वर्ष हुई है वह पहली बार होली खेलेंग। इस दौरान पति पत्नी के नाम की आवाज लगाई जाती है, जिस पर पति अपनी पत्नी को भीड़ में हाथ पकड़कर रंग भरे कड़ाव के समीप लाता है, जहां दोनों एक दूसरे पर रंग डालते है।
श्री क्षत्रिय मारवाड़ी माली समाज द्वारा होली दहन के बाद से लगातार सील सप्तमी तक युवाओं द्वारा डांडिया खेला जाता है, इसके अलावा समाजजनों के यहां होने वाली संतानों की डूंड का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें समाजजन घर-घर जाकर डूंड करते हुए खाजा, पापड़ की प्रसादी का वितरण भी करते है। वहीं सीतला सप्तमी पर मंदिर में सामुहिक डूंड का आयोजन भी किया जाता है। यह परम्परा भी वर्षों से चली आ रही है।
गुरूवार सीतला सप्तमी पर आयोजित पति-पत्नी की होली कार्यक्रम में इस बार कमल जादम, मनोहर गेहलोत, शैलेन्द्र गेहलोत, अजय सांखला, अशोक भाटी, संतोष गेहलोत, हेमंत गेहलोत, नितिन गेहलोत, जितेंद्र मारोठिया, राहुल भाटी सहित 35 से अधिक दंपत्ति ने भाग लिया और अपनी पत्नी के साथ होली खेलकर समाज की परम्परा को आगे बढ़ाया।
माली समाज के इस सफल आयोजन में समाज अध्यक्ष लीलाधर भाटी, युवा अध्यक्ष गजेंद्र मारोठिया सहित रमेश सांखला, पवन भाटी, विजय भाटी, नरेंद्र सांखला, मनोहर गेहलोत, शैलेंद्र गेहलोत, किशोर भाटी, किशोर तंवर, जगदीश देवड़ा, मोहनलाल गेहलोत, हेमंत गेहलोत आदि समाजजनों की अहम भूमिका रही है।