वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पूर्व 22 हजार 700 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
इंदौर। उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश (सेडमैप) द्वारा मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले में सूक्ष्म, लघु एवं उद्यम विभाग भारत सरकार के तत्वावधान में कौशल विकास और उद्यमिता पर एक दिवस से लेकर डेढ़ माह तक के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित करना एवं उद्यमिता विकास के प्रति जागरूक करना है।
सैडमैप की कार्यकारी संचालक श्रीमती अनुराधा सिंघई से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में एक दिवसीय उद्यरमिता जागरूकता शिविर, सात दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम और डेढ़ माह के लिए उद्यमिता सह कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों में 15 मार्च तक संपन्न किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रोजगार-स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरी तरह निःशुल्क रखे गए हैं। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों द्वारा उद्यम स्थापना से सम्बंधित जानकारी के साथ ही शासकीय स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। साथ ही उद्यो ग स्थापना के इच्छुक व्यक्तियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया जा रहा है। कार्यक्रम इस प्रकार तैयार किए गए हैं कि युवाओं को व्यावहारिक, सैद्धांतिक और प्रायोगिक प्रशिक्षण मिल सके तथा स्वरोजगार से जुड़े जो भी उनके संशय है वह दूर हो सकें।
केन्द्र की कार्यकारी संचालक श्रीमती अनुराधा सिंघई ने बताया है कि प्रदेशभर में 624 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 22 हजार 700 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अन्तर्गत 200 उद्य मिता सह कौशल विकास प्रशिक्षण में 6 हजार, 150 प्रबंध विकास कार्यक्रम में 3 हजार और 50 उद्य मिता जागरूकता शिविर में 13 हजार 7 सौ युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इनमें सर्वाधिक 43 इंदौर में और 42 प्रशिक्षण कार्यक्रम भोपाल जिले में आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सम्मिलित होने वाले युवा जिला समन्वयकों से संपर्क कर सकते हैं। इस संबंध में वेबसाइट (www.cedmapindia.mp.gov.in) पर भी जानकारी उपलब्ध है।